Manager’s Message
संस्थापक एवं प्रबन्धक की कलम से….
ज्ञान अध्यात्मकला का सम्बन्ध काशी जो कि सर्वविद्या की राजधानी है, मैं शिक्षा के प्रकाश से वंचित गहनी मे शिक्षा की दीपशिखा प्रज्वलित करने का संकल्प लेकर मैंने सन् 2002 में सरस्वती उच्च शिक्षा एवं तकनीकी महाविद्यालय की स्थापना की। शिक्षा व्यक्ति के सर्वांगीण विकास का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। आजादी के बाद भारत में शिक्षा ने परिवर्तन एवं विकास की लहर उत्पन्न अवश्य की है, किन्तु बढ़ती जनसंख्या के कारण शिक्षा के प्रकाश से वंचित है। ग्रामीण, पिछड़े हुए निम्न आय वर्ग से आये नवयुवकों को शिक्षा के अवसर प्रदान करने का संकल्प लेकर मैंने इसे दृष्टिगत रखते हुए फार्मेसी इंजीनियरिंग तथा पॉलिटेक्निक कालेज की स्थापना भी की। मैं अपने सम्पूर्ण जीवन को उस नई पीढ़ी का मार्ग प्रशस्त करने के लिए ही समर्पित करूँगा जो देश एवं समाज के भविष्य की आशा है । ……
धन्यवाद
जगदीश नारायण सिंह
प्रबन्धक
उत्तरदायित्व से महान शक्ति विकसित होती है,
जहाँ कहीं उत्तरदायित्व होता है, वहीं विकास होता है।